कब बदल जाई - डॉ प्रमोद कुमार पुरी

जिनगी के सुरुज,
जाने कब ढल जाई!
आदमी के का भरोसा,
कब बदल जाई!!

बड़ भाग्य से इहा,
मिलल मनुज तन,
माया लोभ में लिपटल,
रहे अबूझ मन,
सुख –दुःख में अझुराइ
समे निकल जाई!
आदमी के का भरोसा,
कब बदल जाई!!

जात- पात के झगड़ा,
बेमेल के रिश्ता,
पर पटीदार के संघे,
केस दू चार किता,
नीमन –बाउर करे में,
खेत बिकल जाई!
आदमी के का भरोसा,
कब बदल जाई!!

दू दिन के दुनिया,
हँस बोल के बीता ल,
बिगड़ल जवन जेसे
मनमौजी तु बना ल,
झुकिह केहू के आगे
जेतना झुकल जाई!
आदमी के का भरोसा,
कब बदल जाई!!
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लेखक परिचय:-
नाम: डॉ प्रमोद कुमार पुरी
पता: स्नेहा हेल्थ एंड एजुकेशनल ट्रस्ट, म0 नं0 67 बी 1
डॉ आंबेडकर कॉलोनी, बिजवासन , नई दिल्ली-110061
जनम थान: गाँव - नसीरा मठिया , पोस्ट - कोहड़ा बाज़ार
थाना - दाऊदपुर, छपरा - 841205
जनम दिन : 28 जनवरी 1981
कार्य: चेयरमैन (स्नेहा हेल्थ एंड एजुकेशनल ट्रस्ट ) नई दिल्ली,
चिकत्सक (ममता क्लीनिक)
दूरभाष :- 93137 43740

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