आँख में रात बहुते सयान हो गइल
हमार असरे में जिनिगी जिआन हो गइल।
दिल के दरिया में दर्दे के पानी रहल
देंह जइसे कि भुतहा मकान हो गइल।
आस के डोर टूटल कटल भाईजी
आइल सपनों त अचके बिहान हो गइल।
हमरा होंठ के बगानी में फूल ना खिलल
मन क चउरा क तुलसी झंवान हो गइल।
संउसे जिनिगी कटल उनकर रहिये तकत
मौत के राह बहुते आसान हो गइल।
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हमार असरे में जिनिगी जिआन हो गइल।
दिल के दरिया में दर्दे के पानी रहल
देंह जइसे कि भुतहा मकान हो गइल।
आस के डोर टूटल कटल भाईजी
आइल सपनों त अचके बिहान हो गइल।
हमरा होंठ के बगानी में फूल ना खिलल
मन क चउरा क तुलसी झंवान हो गइल।
संउसे जिनिगी कटल उनकर रहिये तकत
मौत के राह बहुते आसान हो गइल।
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