महँगी के नागफनी - विद्या शंकर विद्यार्थी

डूब डूब के माजा मारत बाड़ी जिलेबी चसनी में
हम बानी कि बानी घेराइल महँगी के नागफनी में।

दाल भात बा भाग भरोसे आ रोटी नून बा आखर
जाड़ा बा कि बाडे़ घेरले घेराइल बानी कनकनी में।

घामो बा कि बा पतराइल आ पतराइल बा हवा
दांत बाजत बा देह काँपता पछेया के दनदनी में।

नोह बढ़ल बा, बार बढ़ल बा मोछो भइल बेढंगा
कैंची के धार भोथर परल रहल ना धार नहरनी में।

केहू केहू करे चिरौरी भड़ई में पाला सहाला का
हम अपना के इहे बुझींला बानी हम बालकनी में।
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विद्या शंकर विद्यार्थी - मैना: भोजपुरी साहित्य क उड़ानलेखक परिचयः
नाम: विद्या शंकर विद्यार्थी
C/o डॉ नंद किशोर तिवारी
निराला साहित्य मंदिर बिजली शहीद
सासाराम जिला रोहतास ( सासाराम )
बिहार - 221115
मो 0 न 0 7488674912

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