भउजी माने झगरी
पानी माने मछरी
ना धइला खतिरा
बुड़ि-बुड़ि पोखरा नहइला खतिरा
मारे-मारे उपटी
भइयो के डपटी
छोड़इला खतिरा
'बाचा बाटे' कहिके बचइला खतिरा
सरदी में हरदी
पियाई जबरजसती
दवइया खतिरा
घासो गढ़े जाय ना दी गइया खतिरा
कमरा प कमरा
ओ प अँकवरवा
जड़इया खतिरा
अपने के गारी दी सतइला खतिरा
जसहीं टँठाइब
फेरुओ डँटाइब
काथी दोनी कब दोनी कइला खतिरा
अउरू ना त डेलिए डँटइला खतिरा
-----------------------------------
पानी माने मछरी
ना धइला खतिरा
बुड़ि-बुड़ि पोखरा नहइला खतिरा
मारे-मारे उपटी
भइयो के डपटी
छोड़इला खतिरा
'बाचा बाटे' कहिके बचइला खतिरा
सरदी में हरदी
पियाई जबरजसती
दवइया खतिरा
घासो गढ़े जाय ना दी गइया खतिरा
कमरा प कमरा
ओ प अँकवरवा
जड़इया खतिरा
अपने के गारी दी सतइला खतिरा
जसहीं टँठाइब
फेरुओ डँटाइब
काथी दोनी कब दोनी कइला खतिरा
अउरू ना त डेलिए डँटइला खतिरा
-----------------------------------
लेखक परिचय:-
नाम: प्रकाश उदय
जन्म : 20 अगस्त 1964, बनारस (उत्तर प्रदेश)
भाषा : हिंदी, भोजपुरीविधाएँ : कविता, आलोचना
संपर्क:- श्री बलदेव पी.जी. कॉलेज, बड़ागाँव,
वाराणसी-221204 (उत्तर प्रदेश)
फोन: 094152 90286
ई-मेल udayprakash1964@gmail.com
अंक - 108 (29 नवम्बर 2016) जन्म : 20 अगस्त 1964, बनारस (उत्तर प्रदेश)
भाषा : हिंदी, भोजपुरीविधाएँ : कविता, आलोचना
संपर्क:- श्री बलदेव पी.जी. कॉलेज, बड़ागाँव,
वाराणसी-221204 (उत्तर प्रदेश)
फोन: 094152 90286
ई-मेल udayprakash1964@gmail.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें