प्रेम एगो अइसन लड़िका जिनका पर घर परिवार के पूरा जिम्मेदारी रहे, ऊ अपना परिवार में बड़ रहले एहिसे उनका हर चीझु के ख्याल रखे के रहे,अपना परिवार के चलावे के रहे उनकर छोट छोट भाई कुल के पढाई लिखाई के भी ध्यान रखे के रहे; उनका बाबूजी के ना रहला के कारण उ जल्दिये कमाए चल गइले अउरी अपना परिवार के देख रेख में सहयोग करे लगले।
दौर 2006 मे नया चलन में फेसबुक रहे, तऽ उ आपन आईडी बनवले फेसबुक पर, बहुत मित्र लो रहे बाकिर उ एगो मित्र के मित्री रहली, उनका कॉमेंट पर नजर परल उनके तऽ उनका के फॉलो करें लगले अक्सर अपना मित्र के पोस्ट पर उनकी कॉमेंट के लाइक करसु बाकिर हिम्मत ना होखे कि कुछ कॉमेंट लिखसु, लगभग एक साल तक फॉलो कइले के बाद बेचारू हिम्मत कइले आ उनका के फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज दिहले, उहो उनके स्वीकार करे में समय लगा दिहली काहे कि उहो सोचत रहली कि पता ना कइसन विचार होई बिना जानल सुनल उ केहु के स्वीकार ना करसु।
लगभग 2 महीना बाद मन बना के स्वीकार कइली एने प्रेम के मन मे बहुत खुसी जागल की आज त दोस्त बन गइली बाकिर आजतक ले केहु लईकी से बात ना ह ई सोच के डर लागता, तले अचानक से एक दिन शर्मीला के मैसेंजर में 'हाय' लिखल देख के प्रेम खुसी के मारे उछल गइले ।
बात के शुरुआत भइल दोस्त के रूप में फिर दोस्ती एतना गहिरा हो गइल की दुनु जाना एक दूसरा के दुख-सुख के बात आपस मे शेयर करे लागल लो, एक दूसरे पर एतना भरोसा हो गइल दुनु जाना के की आपन घरेलू बात पढाई के बात कालेज के बात आपस मे शेयर करे लागल लो।
एक दिन शर्मिला के मन मे अचानक प्रेम खातिर दिल मे प्यार जागल आ उ भरोसा कइली अउरी उनसे कहली कि, देखी राउर बात विचार त बड़ी नीक बा, रउरा पर बहुते भरोसा बा हमरा अगर रउरा कही त बात आगे बढ़ावल जा, प्रेम कहले की हम कुछ बुझनी ना का कहे चाहतानी रउरा तनि हमके खुल के समझाई ।
शर्मिला के भरोसा रहे आ उ कुछवू मन मे राखे ना चाहत रहली, प्रेम के सबकुछ साँच-साँच बता दिहली आपन बात उहो सुनला के बाद कुछ देर फेरा में पड़ गइले काहे की उ कुछ अइसन सोचलही ना रहले, खैर 2 दिन बाद उनकर सहमति बनल कहले की घर वाला जइसे कही लो वइसे होइ,।
दुनु जाना के ऊपर वाला पर भी बहुत भरोसा बा कि कुछ अच्छा होइ, इहे सोंच के अपना-अपना घरे बता दिहल लो, घर वाला के भी आश्वासन मिलल बाकिर खुल के केहु अभी कुछ ना कहल; प्रेम आ शर्मिला के आजो खांची भर भरोसा बा की जरूर कुछ अच्छा होइ दुनू जाना आज भी इंतजार में बा लो।
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