एह अंक में संभव बनावे में अरोही जी के सुपुत्र श्री कनक किशोर जी के विशेष योगदान बा। उहाँ के बिना एह अंक के निकालल बहुत मुश्किल हो गइल रहित। संभवतः एह अंक के निकाले में कुछ अउर महीना लागल रहित अउरी कई पुरान रचनाकारन के रचनात्मक सहजोग ना मिल पाइत। कनक जी व्यक्तिगत परियास कऽ के उहाँ सभसे के रचना टाइप कऽ के उपलब्ध करवनी हँ। एह खाती श्री कनक किशोर जी के सादर आभार। संगही सगरी रचनाकारन के सादर आभार के उहाँ सभ समय से आपन रचना भेजि के आपन सहजोग दिहल।
राजीव उपाध्याय
संपादक
मैना
मैना: वर्ष - 7 अंक - 120 (अक्टूबर - दिसम्बर 2020)
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