मामा ना इमिली घोटावेलन, लिहले हाथ में लोटनिया
बेचबऽ का मामा आज बोलऽ ना,
किया आपन तूँ भगिनिया .. ।
सब दिन रखलऽ हियरवा के तरे
आजू ना भगिनिया नैन लोर ढरे
बोलऽ ना मामा कुछ बचनिया, लिहले....।
माई कुहूँकत बाड़ी बोलत ना बाड़ी
केवड़ा फाँक के त भगिनिया हो ठाड़ी
रिश्ता के कइसन ई कहनिया, लिहले...।
तुलसी पुजाइल बाड़ी बीचे अँगनवा
शिव जी के पुजल गइल बैला वहनवा
सटत नइखे सोच में पपनिया, लिहले...।
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बेचबऽ का मामा आज बोलऽ ना,
किया आपन तूँ भगिनिया .. ।
सब दिन रखलऽ हियरवा के तरे
आजू ना भगिनिया नैन लोर ढरे
बोलऽ ना मामा कुछ बचनिया, लिहले....।
माई कुहूँकत बाड़ी बोलत ना बाड़ी
केवड़ा फाँक के त भगिनिया हो ठाड़ी
रिश्ता के कइसन ई कहनिया, लिहले...।
तुलसी पुजाइल बाड़ी बीचे अँगनवा
शिव जी के पुजल गइल बैला वहनवा
सटत नइखे सोच में पपनिया, लिहले...।
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