केतनो दुखाव - मोती बी.ए.

केतनो दुखाव दुखात नइखे
चढ़ि जब आवता त जात नइखे
कहवाँ ले जाई ई बुझात नइखे
जाने पर जाई त जनात नइखे

नंगा बाटे एतना लुकात नइखे
हीत ह कि मुदई चिन्हात नइखे
एइसन अझुराइल सझुरात नइखे
सोझ टेढ़ कुछू फरियात नइखे

जो ई उपराई त तराई नाहीं
कबो जो तराई उपराई नाहीं
कवनो तरे राखीं एके रही नाहीं
पूछबो जो करी कुछू कही नाहीं।
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मोती बी.ए.

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