अंक के रचनाकार अउरी रचना (मैना: वर्ष - 3 अंक - 112)
चुनरी रँगाय दा - हरिराम द्विवेदी- जाड़े में असाढ़े से परल बाड़े - प्रकाश उदय
- पनिहारिन के मेला - बैधनाथ पाण्डेय 'कोमल'
- हमार माटी - प. व्रतराज दुबे "विकल"
- मैना - फन्दोत्तीर्णानन्द पुरी
चुनरी रँगाय दा - हरिराम द्विवेदी
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