अईनी काशी - प्रिंस रितुराज दुबे

मोदी अईनी काशी
हई उहाँ कS भारत बासी।
भारत के मिली पहचान अब
काशी बनी भारत के शान अब।
काशी अब करे निहोरा 
भोजपुरी कऽ करऽ सम्मान  पूरा।
देश बिदेश में डंका बाजल
पूरा हिन्द के शोर गुजल।
अबले काशी धम्म के नगरी
मोदी कईनी आपन करम के नगर।
काशी से बाटे मोदी के नाता
मोदी भईनी भारत के भाग्यबिधाता।
झारखण्ड/यूपी/बिहार बाट जोहता, काशी हS राजधानी
भोजपुरी कऽ 8 वी अनुसूची में सामिल करी
इहे कहता सगरे भारत बासी।
भोजपुरी के होखे पढाई
कबसे रटता जग समुदाई।
हिन्दू/मुस्लिम/सिख/ईसाई काशी कS माने सभे भाई
गंगा मईया के होला पुजाई।
दईबो कS लउके अद्भुत गंगा आरती भाई
आ धोये पाप आपन जग समुदाई।
आपन आपन में बाटे सभे भूलाईल
मईल होतारी आपन गंगा माई
तनिको करS बिचार भाई
फर्छिन करS आपन गंगा माई
जग रहे सनातन में समाईल।
भोरपरल सगरे कार आ संस्कृति भाई।
भारत में होता अज्ञान सप्लाई
आतंगवादी के कहल जाता शहीद भाई।
मोदी से बाटे आस, काशी के बा हाथ
पापीयन कऽ होखे बिनाश।
कश्मीर हऽ भारत के मुकुट
कशी करे पुकार, ख़तम करी 370 के
तबे होई आतंगवाद पऽ कुछु सुधार
काशिये ना मय भारत कऽ सुनी गोहार।
------------प्रिंस रितुराज दुबे
अंक - 24 (21 अप्रैल 2015)

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