
अंजन जी कऽ तीनगो मुक्तक
1. सब दिन नए ना रहे, पुरान हो जाला नीमनो चीज कबो हेवान हो जाला। समय से बढ़ि के कुछऊ ना होला मुरगा ना बोलेला तबो बिहान हो जाला। -----------...
1. सब दिन नए ना रहे, पुरान हो जाला नीमनो चीज कबो हेवान हो जाला। समय से बढ़ि के कुछऊ ना होला मुरगा ना बोलेला तबो बिहान हो जाला। -----------...
1. सभे परेसान बाटे कहीं-न-कहीं से केहू धनवान बा त बाटे निसन्तानी देवे वाला नइखे केहू मुअलो पर पानी जीवन कठिन बाटे चलला सही से ------------...