तिकवत नाही नैन मुँडेर के
हवाट्स्प आइल बा।
अंतरजाल भइल बा घुमरी
मन औंजाइल बा॥
न त लिखता चिट्ठी पतरी
अब ना बान्हे केहु गतरी
जीभर रम के गटकीं सभे
हैंगआउट छाइल बा॥
भईया भईने ब्रो जबले
बाबूजी हो गइलन डेड
रेड परेला अब पटरी पे
मन सियाराइल बा॥
कितबियन के पूछ घटल
मेलवो मे से भीड़ छटल
स्नेपशाट लियाता सभकर
एनराइड घहराइल बा॥
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लेखक परिचय:-
नाम: जयशंकर प्रसाद द्विवेदी
मैनेजिग एडिटर (वेव) भोजपुरी पंचायत
बेवसाय: इंजीनियरिंग स्नातक कम्पुटर व्यापार मे सेवा
संपर्क सूत्र:
सी-39 ,सेक्टर – 3
चिरंजीव विहार, गाजियावाद (उ. प्र.)
फोन : 9999614657
अंक - 67 (16 फरवरी 2016)
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