तोहरा नियर केहू ना हमार बा - जनकवि भोला

तोहरा नियर केहू ना हमार बा॥
देखला प अंखिया से लउकत संसार बा॥

मनवा के आस विश्वास मिलल तोहरा से
जिनिगी के जानि जवन खास मिलल तोहरा से॥

तोहरे से जुड़ल हमार जिनिगी के तार बा
देखला प अंखिया से लउकत संसार बा॥

हेने आव नाया एगो दुनिया बसाईं जा
जिनिगी के बाग आव फिर से खिलाईं जा॥

देखिए के तोहरा के मिलल आधार बा
देखला प अंखिया से लउकत संसार ब॥

दहशत में पड़ल बिया दुनिया ई सउंसे
लह-लह लहकत बिया दुनिया ई सउंसे॥

छोडि़ जा दुनिया आव लागत ई आसार बा 
तोहरा नियर केहू ना हमार बा॥
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अंक - 14 (10 फरवरी 2015)

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