दुशमन के, पूत जइसन दुलारे के बेबसी।
ई बाटे कवन करजा उतारे के बेबसी?
नइखे उ कवनो लाएक, बाकी बा राज ओकर!
जन के बा ओकरे पाँव पखारे के बेबसी।
कतहूँ हेरा गइल ऊ, बाकी बा आस जीयत।
कहिआ ओराई राह निहारे के बेबसी?
सूखा आ बाढ़, जीयले के असरा मुआ देहलस
घर गाँव तजि के जिनगी गुजारे के बेबसी!
रूपेया के कमी बा, त मजूरा बने के होई!
झेले के पड़ी डेगे डेग, हारे के बेबसी।
सपना नीमन त बाटे सच देखला से पहिले!
फेरू आई 'सरस' सपना के मारे के बेबसी।
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लेखक परिचय:-
नाम: सूरज द्विवेदी 'सरस'
काम: फिल्म लेखक
संपर्क ई पत्र: surajdwivedisaras@gmail.com
संपर्क भ्रमणध्वनि: +919763808977
मूल निवासी: जिला देवरिया
वर्तमान: मुंबई
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